चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी 23.9 प्रतिशत गिर गई. हालांकि, इसकी एक वजह कोरोना भी है, लेकिन इससे पहले, भी जीडीपी वृद्धि दर गिर रही थी. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सरकार कोरोना के बहाने अपनी आर्थिक नाकामी छिपा रही है. कोविड के पहले से औद्योगिक गिरावट हो रही है. डॉलर के मुकाबले रुपया गिर रहा है. नोटबंदी की मार से अंसगठित क्षेत्र को नुकसान हुआ.