बजट से पहले आया आर्थिक सर्वेक्षण बता रहा है कि अर्थव्यवस्था की विकास दर साढ़े पांच से छह फीसदी के बीच ही रहेगी। ख़राब मॉनसून का भी अर्थव्यवस्था पर असर पड़ सकता है। हालांकि, भुगतान संतुलन के मोर्चे पर हालात बेहतर हुए हैं और विदेशी मुद्रा भंडार भी बढ़ा है।