उत्तरप्रदेश में ग्रेटर नोएडा के बिसरख गांव के बारे में मान्यता है कि यहीं रावण का जन्म हुआ था. बताया जाता है कि यहां उनके पिता ऋषि विश्रवा का आश्रम था और उन्हीं के नाम पर इस गांव का नाम पहले विश्वेशरा पड़ा था और अब इसे बिसरख के नाम से जाना जाता है. जहां ऋषि विश्रवा का आश्रम था वहां वर्तमान में अष्टभुजीय शिवलिंग है. बताया जाता है कि इसकी स्थापना स्वयं रावण ने की थी. इतना ही नहीं इस शिवलिंग की गहराई का आज तक पता नहीं लगाया जा सका है। बिसरख में रावण पूजनीय है यही वजह है यहां विजयादशमी के दिन रावण दहन नहीं किया जाता.