राज्यसभा में नागरिकता बिल पर चर्चा के दौरान बीजेपी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विभाजन की त्रासदी का जिक्र किया. नड्डा ने कहा कि धर्म के आधार पर देश का समर्थन हुआ था. और उस वक्त दोनों मुल्कों के प्रधानमंत्री चाहते थे कि अल्पसंख्यक सुरक्षित रहे. उन्होंने कहा कि इसके नेहरू-लियाकत अली समझौता भी हुआ लेकिन ये कागजों पर ही रह गया.
(साभार: राज्यसभा टीवी)