दिल्ली में कोरोना संकट हर दिन गंभीर होता जा रहा है. संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. सरकार ऐसी आशंका जता रही है कि जुलाई अंत तक दिल्ली में साढ़े पांच लाख मरीज़ होंगे और 80 हज़ार बेड की ज़रूरत होगी. मरीज़ बढ़ेंगे तो डॉक्टरों की तैनाती भी चाहिए, लेकिन इस बीच राजधानी के दो अस्पतालों कस्तूरबा गांधी और हिंदूराव के डॉक्टरों ने सरकार के माथे पर बल ला दिया है. कई महीनों से सैलरी न मिलने से नाराज़ दोनों अस्पतालों के डॉक्टरों ने सामूहिक इस्तीफ़े की धमकी दी है. हिंदूराव अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि 18 जून तक वेतन का भुगतान नहीं किया गया तो वह काम बंद कर देंगे.