केंद्रीय शिक्षा मंत्री धमेंद्र प्रधान ने नीट और सदन में विपक्ष के हंगामे पर एनडीटीवी से खास बात करते हुए कहा कि सरकार किसी भी प्रकार की चर्चा को तैयार है. लेकिन यह चर्चा परंपरा और मर्यादा के तहत होनी चाहिए. राष्ट्रपति जी ने अपने अभिभाषण में परीक्षा को लेकर खुद ही बोला. हम कोई भी विषय पर सामना करने को तैयार है. प्रतिपक्ष धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए उस समय कोई स्थगन प्रस्ताव नहीं होता है. क्या परंपरा ही नहीं है सदन में... धन्यवाद प्रस्ताव पर आप कुछ भी कर सकते हैं- अपनी बात रख सकते हैं, आपको आलोचना करनी है कर सकते हैं. सुझाव देना है वह दे सकते हैं.