पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ कस्बे की एक 45 वर्षीय महिला और उसके पांच बच्चे, भीषण भूख से जूझने के बाद अस्पताल में भर्ती किए गए हैं. एक स्थानीय NGO की ओर से परिवार की हालत की जानकारी देने के बाद इन्हें चिकित्सा सुविधा मिल पाई. इस परिवार के पास न तो राशन कार्ड है और न ही आधार कार्ड. अलीगढ़ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मामले पर हैरानी जताते हए कहा कि उन्होंने जांच के आदेश दे दिए हैं. गुड्डी के पति की कोरोना महामारी की पहली लहर में पिछले साल लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान मौत हो गई थी. अलीगढ़ डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में इस परिवार को अटेंड करने वाले डॉक्टर के अनुसार, गुड्डी और उसका परिवार बेहद कमजोर है और चलने में भी असमर्थ है.