एक साल की लंबी जद्दोजहद के बाद आज आंदोलनकारी किसानों को जीत मिली है. 27 सितंबर को कृषि बिल को राष्ट्रपति की मंजूरी मिली, कानून बना और 25 नवंबर 2020 से किसान संगठनों ने 'दिल्ली चलो' का आह्वान दिया था. ये किसान अपने हक की लड़ाई के लिए दिल्ली की सीमाओं पर गर्मी, सर्दी, बरसात झेले.