26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान पुलिस और किसानों के बीच हुई झड़प को लेकर प्रोटोकॉल की स्थिति पर पर काफी तरह के सवाल उठने लगे हैं. पुलिस प्रशासन की भूमिका पर भी कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. इन्हीं कई सवालों का जवाब ढूंढने के लिए NDTV ने दिल्ली के पूर्व डीसीपी अमोद कंठ से बातचीत की. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, “कल के मामले में जो इतना बड़ा हुजूम अलग-अलग रास्तों से आया उसे कंट्रोल कर पाना मुश्किल होता है. ऊपर से दूसरी सबसे बड़ी समस्या ये थी कि दिल्ली पुलिस को कार्रवाई करने के लिये आजादी नहीं दी गई थी, कि वो भीड़ को कंट्रोल करने के लिए फायरिंग कर सके या एक्स्ट्रीम फोर्स का इस्तेमाल कर सके.”