पुलिस को लेकर आम रवैया बहुत सहिष्णु नहीं है. इसकी जिम्मेदार काफी कुछ पुलिस भी है. अमानवीय वर्ताव की खबरों का खाता अक्सर उसके कारनामों से भरा रहता है. लेकिन शनिवार को तीस हजारी अदालत में वकीलों और पुलिस के बीच की हिंसा में पुलिसवाले पीड़ित की तरह दिखे. ये पीड़ा इतनी बढ़ी कि आज वे धरने पर उतर आए.