रवीश कुमार : ये 25-26 अप्रैल के बाद की बात है. मैं ऑफिस नहीं आ रहा था. अचानक मेरे फोन पर हजारों फोन आने लगे. हजारों नंबर एक ब्लॉक करता दूसरा नंबर आ जाता, तीसरा नंबर आता और सबकी भाषा इतनी खराब है. और सब एक खास तरह की विचारधारा से इंस्पायर्ड लोग हैं. और उससे इतना मोटिवेटड हो गए हैं, जहरीले मतलब कह सकते हैं और इतना डेयरिंग की वो खुल के मारने की, कुछ फोन तो मैं रिकॉर्ड नहीं कर सकता मेरा आईफोन है, लेकिन जब बाद में हमने सेटअप किया और उसके बजरंग दल वाले को आपने देखा तो इस तरह से वह खुलकर बात कर रहा थे कि आपके खींचकर मार देंगे. और 15-20-20 मिनट तक वो गालियां देते रहते थे, लगातार गालियां देते रहें.