गुजरात के उना में 15 अगस्त यानी सोमवार को दलितों की अस्मिता रैली के बाद हुई हिंसा में 25 से ज़्यादा दलित घायल हो गए. ये लोग रैली से वापस लौट रहे थे, तो कई जगहों पर उन पर हमले हुए. ये आरोप कथित गोरक्षकों पर लग रहा है और पुलिस पर भी ये आरोप है कि वो ऐसी घटनाओं में मूकदर्शक बनी रही. इससे पहले रैली में दलितों ने मैला उठाने और जानवरों को दफ़नाने जैसे कामों से इनकार कर दिया. उन्होंने सरकार से अपने लिए ज़मीन मांगी है और इसके लिए महीने भर का अल्टीमेटम दिया है.