जनता के पैसों की बर्बादी किस प्रकार की जा रही है उसकी बानगी देखनी है तो सतना कि यह रिपोर्ट आपको देखना चाहिए. साल 2013-14 में मुख्यमंत्री हाट बाजार योजना बनी. मकसद था पंचायतों को राजस्व के मामले में आत्मनिर्भर बनाया जाए. गांव में बाजार उपलब्ध कराकर पंचायतों को आय बढ़ाई जाए, लेकिन जमीनी हकीकत ये है कि अकेले सतना ज़िले में 6 करोड़ 15 लाख रुपए हाट बाजार के नाम से खंडहर बनाने में खर्च हुए...देखिये ज्ञान शुक्ल की ये ग्राउंड रिपोर्ट ...