पंजाब में NRI's को स्टेटस सिंबल माना जाता है. सरकार भी NRI's को विकास में भागीदार मानती है. जो लोग इस सेक्टर में इनकी मदद करते हैं, इस समय उनका बुरा हाल है. इमिग्रेशन कंसलटेंसी के वहां पर IELTS सेंटर चलाए जाते हैं लेकिन कोरोनावायरस के चलते लगे लॉकडाउन की वजह से इनका काम ठप हो गया है. पंजाब में यह 20 हजार करोड़ का कारोबार है. बता दें कि रोजगार के कम अवसर की वजह से युवा विदेशों का रुख करते हैं. इन्हें विदेश भेजने में यह कंसलटेंसी एजेंसियां मदद करती हैं.