कोरोना वायरस किसी देश के अलग-अलग क्षेत्रों में अलग तीव्रता से 'हमला' कर रहा रहा है.'R' रेट के जरिये हमने यह जानने की कोशिश की है कि 'इंडो-कोरोना वायरस वॉर' में कौन का राज्य जीत हासिल कर रहा है अथवा मात खा रहा है.'R' रेट यानी कि रि-प्रोडक्शन रेट. सरल शब्दों में कहें तो एक संक्रमित व्यक्ति से कितने लोग संक्रमित हो रहे हैं. यदि .'R' रेट 2.0 है तो यह दर्शाता है कि कोविड-19 से संक्रमित एक व्यक्ति औसत के रूप में अन्य दो लोगों को संक्रमित करेगा. ये दो लोगों में से प्रत्येक दो-दो अन्य लोगों को संक्रमित करेंगे. इस तरह संक्रमण बढ़ते हुए सोसाइटी में महामारी का रूप ले लेगा.यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि 'R' रेट 1.0 से कम हो (यानी एक संक्रमित व्यक्ति एक से कम व्यक्ति में संक्रमण फैला पाए). जब 'R' रेट 1.0 से कम होगा तभी यह महामारी धीरे-धीरे दूर हो सकेगी.