समग्र घरेलू उत्पाद या GDP की रफ्तार इस साल के पहले हिस्से में संकुचन में रहने की आशंका है. मौद्रिक नीति कमेटी में भारतीय इकोनॉमी की विस्तार से समीक्षा के बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने यह बात कही. वित्तीय वर्ष 2020-21 में जीडीपी की विकास दर भी नेगेटिव रहने का अनुमान है. आरबीआई गवर्नर ने आगाह किया कि देश में बढ़ते कोरोना के मामलों का असर अर्थव्यवस्था में सुधारों की रफ्तार पर भी पड़ रहा है. कोविड-19 महामारी की वजह से हालत सुधरने में अभी लंबा वक्त लग सकता है.