एक ऐसे समय में जब दुनियाभर के वैज्ञानिक और शीर्ष शोध संस्था महामारी से निपटने के लिए उपाय खोज रहे हैं तब उसी समय नेल्लूर के एक छोटे से गांव में जड़ी बूटी से बनी औषधि को खरीदने के लिए हजारों लोगों की भीड़ इकट्ठा हुई है. मजेदार की बात ये हैं कि इस औषधि को जिसने बनाया है वो पेशे से डॉक्टर नहीं है. फिलहाल राज्य सरकार ने इस औषधि पर रोक लगा दी है... देखिए उमा सुधीर की ये रिपोर्ट....