पिछले कुछ दिनों में एक के बाद जवानों के वीडियो सामने आए, चिट्ठियां सामने आईं, जिनमें खाने-पीने में दिक्कतों से लेकर, अफसरों के व्यवहारों तक की शिकायतों के जिक्र थे. दुनिया के सबसे अनुशासित फोर्सेज में से एक माने जाने वाले हमारे सुरक्षा बल से जब इस तरह की शिकायतें सामने आएं तो हमें क्या समझना चाहिए. किस तरह की चीजें वहां हो रही हैं. क्या ये सिर्फ भ्रष्टाचार के शिकार हैं या फिर राजनैतिक नेतृत्व ने उन्हें निराश किया है.