यूपी की राजनीति को जानने वाले राजा सुहलदेव की कहानी भी जानते हैं। वो दसवीं सदी के राजा थे जिन्हें कई राजनीतिक दलों ने इस्तेमाल करने की कोशिश की। सुहलदेव की कहानी आज की राजनीति में दलित, ओबीसी और हिंदुत्ववादी राजनीति के टकराव की कहानी भी है। इसमें एक नया पन्ना अमीश त्रिपाठी ने भी जोड़ दिया जब उन्होंने सुहलदेव पर एक किताब लिख डाली। इसके बाद कुछ ऐसा हुआ कि उनको किताब का लांच रोकना पड़ा।