जेट एयरवेज के कर्मचारियों ने वेतन के भुगतान में विलंब और कंपनी की बदहाली के लिए गुरुवार को नरेंद्र मोदी सरकार और कर्जदाताओं को जिम्मेदार ठहराया. वित्तीय संकट के कारण जेट एयरवेज की सभी उड़ानें गुरुवार को अस्थायी रूप से बंद हो गईं, जिस कारण कर्मचारियों के सामने बेरोजगारी का खतरा पैदा हो गया है. जेट एयरवेज के कर्मचारियों की नाराजगी सवाल उठा रही है कि आसमान में राज करने वाली कंपनी अचानक धराशाही क्यों हो गई? पहले वेतन मिलना बंद हुआ और फिर एक-एक कर जेट की सभी विमानें बंद हो गई.