मध्य प्रदेश में कांग्रेस (Madhya Pradesh Congress) ने किसान आंदोलन (Farmers protest) के समर्थन में ट्रैक्टरों के जरिये विधानसभा घेराव करने की योजना बनाई थी, लेकिन बाद में इसे मौन सभा में बदलना पड़ा. इस ट्रैक्टर रैली की जिम्मेदारी प्रदेश कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव (Arun Yadav) को सौंपी गई थी, लेकिन ऐन वक्त पर विधानसभा सत्र रद्द कर दिया. अरुण यादव ने काफी संख्या में ट्रैक्टर ट्राली भी बुलवा लिए थे. विधानसभा सत्र रद्द करने के लिए हुए निर्णय में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ मौजूद थे. इससे कांग्रेस में गुटबाजी का मुद्दा फिर उभर आया है. शिवराज सरकार ने विधानसभा की ओर जाने वाली सड़कें बंद करके भी प्रदर्शन को रोकने की हर मुमकिन कोशिश की.