वित्त मंत्री ने सड़कों से लेकर स्वास्थ्य तक सभी क्षेत्रों के लिए सौगातें दी हैं. कृषि व स्वास्थ्य क्षेत्र (agri-health sector) पर भी सरकार का फोकस रहा है. कोरोना काल में बड़े पैमाने पर रोजगार गंवाने या वेतन कटौती झेलने वाला वाले मध्यम वर्ग को आस थी कि उनके लिए सरकार टैक्स छूट बढ़ाएगी. या फिर बीमा, चिकित्सा खर्च, हेल्थ चेकअप जैसे सेगमेंट ही कर छूट बढ़ेगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. टैक्स स्लैब में बदलाव नहीं हुआ है. ग्रामीण और कृषि क्षेत्र के लिए बजट में प्रावधान बेहतर बताए गए हैं. कोविड वैक्सीन के लिए 35 हजार करोड़ रुपये के साथ हेल्थ बजट 2.23 लाख करोड़ रुपये रखा गया है. पीएम मोदी ने इसे जान-जहान के साथ गांव -किसान के दिल का बजट बताया है.चुनावी राज्यों को हाईवे का तोहफा दिया गया है.