मराठा आरक्षण का छगन भुजबल लगातार विरोध कर रहे हैं और विरोध के दौरान उनको मंत्री पद से हटाने की बात भी कही गई. अब उन्होंने ये दावा किया कि वो 16 नवंबर को ही मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं. इस्तीफे के बाद ही वो 17 नवंबर को यलगार रैली को संबोधित करने पहुंचे थे.