लगभग 30 दिनों की यात्रा के बाद भारत का चंद्रयान 2 अपने लक्ष्य के करीब है. भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो मंगलवार को सुबह 8:30 से 9:30 बजे के बीच चंद्रयान-2 के तरल रॉकेट इंजन को दाग कर उसे चांद की कक्षा में पहुंचाने का अभियान पूरा करेगा. यह इस मिशन के सबसे मुश्किल अभियानों में से एक है क्योंकि अगर सेटेलाइट चंद्रमा पर उच्च गति वाले वेग से पहुंचता है, तो वह उसे उछाल देगा और ऐसे में वह गहरे अंतरिक्ष में खो जाएगा. लेकिन अगर वह धीमी गति से पहुंचता है तो चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण चंद्रयान-2 को खींच लेगा और वह सतह पर गिर सकता है.