सुभासपा के अध्यक्ष ओपी राजभर ने कहा कि जातिगत गणना बहुत महत्वपूर्ण है. बाबा साहब डॉक्टर अंबेडकर ने संविधान लिखा तो संविधान में व्यवस्था दी कि हर दस साल में जातिगत गणना होगी. सात दशक बीत गए. जातिवार गणना नहीं हुई. इससे कई जातियों को राजनैतिक भागीदारी नहीं मिलती. शिक्षा और रोजगार के लिए भी जातिगत गणना ूजरूर है. देखें रिपोर्ट...