Ukraine में Kharkiv मेडिकल यूनीवर्सिटी में पढ़ने आए जतिन सहगल Russia की भारी बमबारी में एक बंकर में छिपे हैं. उन्होंने कहा, "मैं यहां medical की पढ़ाई करने आया था लेकिन फंस गया. कुछ दूतावास की और कुछ सरकार की लापरवाहियां रहीं. हमारे Parents ने रूसी एंबेसी के बाहर, विदेश मंत्रालय के बाहर प्रोटेस्ट भी किया लेकिन मेरे पेरेंट्स को वहां से धक्के मार कर निकाल दिया गया."