बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया. मंत्रिमंडल का विस्तार मुख्यमंत्री की इच्छा पर है लेकिन जो समय उन्होने चुना उससे लगता है कि ये उनका बीजेपी को जवाब है. केंद्र सरकार में बीजेपी ने जेडीयू को एक अधिक मंत्रीपद देने से इंकार कर दिया, जिसके बाद नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार में शामिल न होने का ऐलान कर दिया था. इस विस्तार की ख़ास बात ते रही जिन आठ लोगों को मंत्री बनाया गया उनमें 75 प्रतिशत अति पिछड़ा मां दलित और पिछड़ी जाति से आते हैं मात्र दो नए मंत्री अगड़ी जाति से हैं.