चौथे फेज की वोटिंग खत्म होने के साथ ही 18वीं लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) का दो-तिहाई सफ़र पूरा हो चुका है. चौथे दौर के लिए सोमवार (13 मई) को 10 राज्यों की 96 सीटों पर वोटिंग हुई. चौथे फेज में 62.09% वोटिंग हुई. सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल में 76.02% और सबसे कम जम्मू-कश्मीर में 36.88% मतदान हुआ. वोटिंग के ये आंकड़े प्रोविजनल है. चुनाव आयोग (Election Commission) बाद में फाइनल वोटर टर्नआउट डेटा (Voter Turnout Data) जारी करेगा. अगर इस शुरुआती आंकड़े के हिसाब से देखें, तो मतदान 2019 और 2014 के मुकाबले 6.8% कम हुआ है. तब चौथे फेज में 69.1% लोगों ने वोट डाले थे. आइए समझते हैं कि चौथे फेज की वोटिंग के बाद किस पार्टी की क्या स्थिति है? कम वोटिंग से किसे नुकसान है और ज्यादा वोटिंग किस पार्टी के लिए खुशखबरी हो सकती है.