बौद्ध लोगों के एक प्रमुख तीर्थस्थल श्रावस्ती को बौद्ध सर्किट से जोड़कर विकास करने का सरकार ने ऐलान किया था, लेकिन देश विदेश के लाखों तीर्थयात्रियों के आने के बावजूद यहां कोई व्यवस्था नहीं हो पाई. आने-जाने के लिए बस अड्डा, रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डा कुछ भी नहीं है. सार्वजनिक शौचालय तक यहां नहीं है. यह हाल तब है जब दो साल पहले पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने यहां पर बड़ी-बड़ी घोषणाएं की थी.