पिछले दिनों खबर आई थी कि आण्विक ऊर्जा विभाग के तहत आने वाले देश के प्रतिष्ठित संस्थान Tata Institute of Fundamental Research (TIFR) के वैज्ञानिकों, स्टाफ, छात्र, रिसर्च स्कालर से कहा गया कि फरवरी की सैलरी का 50 परसेंट ही मिलेगा. सैलरी का बाकी हिस्सा जब पर्याप्त फंड आ जाएगा तब मिलेगा. संस्थान के कहने के बाद भी कि सैलरी बंट गई है दि वायर में आर रामचंरद ने लिखा कि यह पूरी तरह सही नहीं है. संस्थान की सफाई के पहले कर्मचारी संगठन के सचिव ने पत्र लिखा था कि पेंशन से लेकर सैलरी तक क्यों रोकी गई है. ये 70 साल में पहली बार हुआ है. अब खबर आ रही है कि भारत संचार निगम लिमिटेड के 1 लाख 76 हज़ार कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है. 15 मार्च होने को आ रहा है, मगर फरवरी की सैलरी नहीं आई है.