हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध गीतकार गुजलार ने भारत-पाकिस्तान के बंटवारे को लेकर दो नॉवेल 'वो दो लोग' और 'फुटप्रिंट्स ऑन जीरो लाइन' को लॉन्च किया. जिसे लेकर एनडीटीवी से बातचीत के दौरान कई बातें साझा की. उन्होंने इन दोनों किताबों में लिखी कविताओं को तो पढ़ा ही साथ ही भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद आज और पहले के हालातों पर भी टिप्पणियां की. उन्होंने कहा कि यह बटंवारा हमारे सोच और नीयत के वजह से भी हुआ, बंटवारे का दर्द अभी तक खत्म नहीं हुआ है, दोनों देशों के बीच यह गैप बढ़ रहा है न कि कम हो हो रहा है. गुलजार ने आगे कहा कि भले ही मेरी कर्मभूमि यानी बंटवारे के बाद भारत में हूं, लेकिन मेरी जन्मभूमि पाकिस्तान है.