प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के बाद अब मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी भी नज़रंदाज़ कर रहे है. ये दर्द मुख्यमंत्री बोम्मई खुद ही बयान में छलक रहा है. अंदरूनी गुटबाज़ी की शिकार बीजेपी धार्मिक ध्रुवीकरण की राह पर निकल पड़ी है.