बीजेपी के नेता अश्विनी उपाध्याय ने एनडीटीवी से कहा कि मजहबी उन्माद किसी भी देश के लिए अच्छा नहीं होता. दवा घटिया होती है तो बीमारी बढ़ती है और कानून घटिया होता है तो अराजकता बढ़ती है. यदि कोई व्यक्ति कुछ आपत्तिजनक कहे और उसे छह माह, साल भर में सजा हो जाए तो कोई दूसरा व्यक्ति ऐसी बात नहीं करेगा.