चार साल से चल रही बिहार सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी नलजल योजना का काम इस चुनाव में बहुत तेजी से चल रही है लेकिन 17 हजार करोड़ रुपए की लागत से 58 हजार वार्डों में साफ पानी पहुंचाने की ये योजना कागज पर तो शानदार है लेकिन जमीन पर भ्रष्टाचार की शिकार हो चुकी है. हमने औरंगाबाद और सासाराम जाकर इस योजना की जमीनी हकीकत जानने की कशिश की है. देखिए चार साल से चल रही नलजल योजना पर रवीश रंजन शुक्ला की ग्राउंड रिपोर्ट.