मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में कोरोनावायरस (Coronavirus) के केस बढ़ने के साथ ही भीड़ बढ़ती जा रही है. ऐसे में कोरोना के इलाज के लिए मुश्किल से ही बेड्स खाली मिलते है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक भोपाल में इस समय 1675 एक्टिव केस हैं. सरकार का दावा है कि कोरोना से निपटने के लिए पर्याप्त इंतजाम है. लेकिन सच्चाई कुछ और ही दिखती है.