Bhopal Gas Tragedy: मध्य प्रदेश के भोपाल में 40 साल पहले हुई गैस त्रासदी से बच्चे अब भी जूझ रहे हैं. 27 साल के विकास यादव और 25 साल के रमन यादव की दुनिया छोटे से कमरे तक ही सीमित है. वे बिस्तर पर लेटे रहते हैं. उनकी तकदीर में जिंदगी भर बिस्तर पर लेटे रहना ही लिखा है. दोनों भाई भोपाल के जेपी नगर कॉलोनी में रहते हैं। यहां का यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड कीटनाशक कारखाना अब खंडहर बन चुका है. दोनों दो-तीन दिसंबर, 1984 को पैदा भी नहीं हुए थे। उसी मनहूस रात भोपाल में तबाही मचाने वाली जहरीली मिथाइल आइसोसाइनेट गैस लीक हुई थी. विकास और रमन के माता-पिता पर जहरीली गैस का बुरा असर पड़ा. नतीजा ये निकला कि उनके बच्चे शारीरिक और दिमागी तौर पर बीमार पैदा हुए.