भारत बांग्लादेश के बीच करीब 4100 किमी साझा सरहद है जो 5 राज्यो से गुजरती है। दोनों देशो के रिश्ते एतिहासिक सांस्कृतिक और आर्थिक रहे है । 1971 में बांग्लादेश के एक स्वतन्त्र देश की भूमिका में भारत का बहुत बड़ा योगदान रहा है। भारत-बांग्लादेश की साझेदारी दक्षिण एशिया में शेख हसीना के नेतृत्व में सबसे मज़बूत बताई जाती है। नरेन्द्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री शपथ के बाद सबसे पहले किसी विदेशी नेता के तौर पर शेख हसीना का दौरा था। उनके विपक्ष के नेताओं सोनिया गांधी, ममता बनर्जी से अच्छे संबंध हैं। 2022-23 में बांग्लादेश भारत का पांचवां बड़ा निर्यात बाजार लेकिन आंतरिक चुनौतियो जैसे कोविड के बाद आर्थिक मंदी ,बेरोजगारी, आरक्षण और सरकार के काम करने के तरीके के कारण शेख हसीना को देश छोड़ना पड़ा। बहरहाल चिन्ता सुरक्षा और मनावाधिकारो को लेकर बनी हुई है।