क्या आप बार-बार अपने फोन की स्क्रीन पर देखे बिना किसी से बात नहीं कर पाते, क्या आप टीवी, कंप्यूटर और फोन के बिना आराम की सांस नहीं ले पाते, वे लोग जिनके जीवन का संतुलन गैजेट्स और टेक्नॉलॉजी ने बिगाड़ दिया है। उनके लिए बेंगलुरु में डी-एडिक्शन सेंटर में खुल गया है।