जहां किसान अपनी मांगों के साथ डटे हुए हैं तो वहीं सीमा की दूसरी ओर सीमेंट के बैरिकेड, नुकीले कील और कंटीले तार बिछाए गए हैं. भारी संख्या पुलिस कर्मियों की भी तैनाती की गई है. सिंघु बॉर्डर का हाल देखकर लगता है कि 100 कदम का फासला कई किलोमीटर में बदल गया है. बड़ी बड़ी बैरिकेड और कंटीले तारों के एक तरफ किसान हैं, तो दूसरी तरफ पुलिस. इस दौरान पुलिस ने क्रेन से NH-44 खोलकर बड़े बड़े नुकीलें सरिये भी लगा दिए हैं. आलम ये है कि मीडियो को भी जाने से रोका जा रहा है. NDTV के रिपोर्टर सौरभ शुक्ला को भी 6 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा. सिर्फ पुलिस की तैयारी दिखाने के लिए.