एनडीटीवी युवा में धारा 377 पर बाबा रामदेव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट पर टिप्पणी करना हमारे देश के तासिर के खिलाफ है. मैं यह नहीं कहता कि समलैंगिक को घटिया दृष्टि से देखा जाए. मैं उनका सम्मान करता हूं. उन्होंने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ नहीं बोलना चाहता हूं.