बाबा हमास का तहरीक लबैक या मुस्लिम (टीएलएम) संगठन लश्कर ए तैयबा की तरह ही काम करता है. बताया जाता है कि इसके निशाने पर कश्मीर के युवा होते हैं. जिन्हें पहले वो ट्रेनिंग देता है और इसके बाद आतंकी हमले करने के लिए योजना में शामिल करता है.