अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद ज़मीन विवाद को आपसी बातचीत से सुलझाने का रास्ता सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ कर दिया है. पांच जजों की संविधान पीठ ने इस मामले में मध्यस्थता को मंज़ूरी देते हुए कहा कि हमें मध्यस्थता में कोई क़ानूनी अड़चन नहीं दिखती. सुप्रीम कोर्ट ने तीन मध्यस्थ नियुक्त किए हैं जिनमें से एक श्री श्री रविशंकर भी हैं. इस पर एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'मैं आपको याद दिलवाना चाह रहा हूं कि 4 नवंबर 2018 को, जिसको कोर्ट ने मध्यस्थ बनवाया है, उनका स्टेटमेंट ऑन रेकॉर्ड है. और वह स्टेटमेंट है कि अगर मुसलमान अपने क्लेम को अयोध्या पर नहीं छोड़ेंगे तो हिंदुस्तान सीरिया बन जाएगा. और उन्होंने ये भी कहा कि मुसलमान as a goodwill gesture इसको छोड़ दें.