सेनाध्यक्ष(Army Chief) मनोज मुकंद नरवणे ने कहा है कि लद्दाख (Ladakh) के भीतरी इलाकों से चीन के दस हजार सैनिकों की वापसी को तवज्जो देने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अग्रिम मोर्चों पर चीनी सैनिकों की तैनाती में कोई बदलाव नहीं आया है. सेनाध्यक्ष ने कहा कि भारत चीन (China) और पाकिस्तान (Pakistan) की मिलीभगत को लेकर सतर्क है, हमें दोनों से निपटना है, लिहाजा हम अपनी तैनाती और तैयारी में कोई कमी नहीं कर सकती. सेनाध्यक्ष ने कहा है कि सेंट्रल और ईस्टर्न कमांड सेक्टर में दोनों ओर के सैनिक आमने-सामने हैं, लेकिन वहां चीन ने सड़क, पुल का बड़ा बुनियादी ढांचा वहां खड़ा किया है.