दशहरा के मौके पर श्रीनगर में क्रिकेट स्टेडियम के पास 'रावण दहन' किया गया. हर साल, दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, क्योंकि इस दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था. रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों को जलाकर पूरे देश में इस पर्व को धूमधाम से मनाया जाता है.