देश में डिटेंशन सेंटर बनने की बात पर अमित शाह ने कहा कि देश में जो डिटेंशन सेंटर बने हैं वो एक सतत प्रक्रिया है. उन्होंने कहा कि इस देश में कोई भी नागरिक आकर नहीं रह सकता. देश का एक कानून है. शाह ने कहा कि डिटेंशन सेंटर में उन अवैध अप्रवासियों को रखा जाता है जिनके पास पासपोर्ट, वीजा कुछ नहीं होता. इसके बाद उन्हें उनके देश में डिपोर्ट करने की प्रक्रिया की जाती है. उनके कहने का आशय है कि जिन्होंने भारत में आकर शरणार्थी के दर्जे की मांग नहीं की. शाह ने यह भी कहा कि लोगों को NRC लागू होने पर डिटेंशन सेंटर में डाले जाने की बात पर झूठ फैलाया जा रहा है. गृह मंत्री ने बताया कि डिटेंशन सेंटर हर देश में होता है. अभी भारत में असम के सिवाय कहीं भी डिटेंशन सेंटर नहीं है. सिर्फ असम में एक डिटेंशन सेंटर है और कई सालों से है.