पंजाब और गोवा के चुनाव नतीजे आने से पहले दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के आवास के सामने जश्न की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी थीं. लेकिन गोवा में पार्टी का खाता तक नहीं खुला और जहां पंजाब में 100 सीटें आने की उम्मीद थीं, वहां उसे विपक्ष में बैठने का मौका जरुर मिल गया.