दिल्ली सरकार के स्कूलों में करीब 65 हज़ार छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है. सरकार ने अपने आंकड़े संवारने के लिए पिछले साल नौंवीं में फेल बच्चों को इस साल दसवीं की परीक्षा दिला दी. लेकिन अब 10वीं की परीक्षा में फेल होने बाद ना वो नौंवी पास हो पाए ना 10वीं. फिलहाल इन बच्चों के लिए सरकारी स्कूल के दरवाज़े भी बंद हो गए हैं.