'लोकतंत्र खतरे में है... न्यायपालिका को बचाने की ज़रूरत है...' .ये बात देश की सबसे बड़ी अदालत के 4 वरिष्ठ जजों ने चीफ जस्टिस पर हमला करते हुए कही है. ये आजाद भारत के इतिहास में अभूतपूर्व है, जिसने देश की सबसे स्वतंत्र संस्था कही जाने वाली न्यायपालिका की नींव और इसके प्रति विश्वास को धक्का पहुंचाया है.