रक्षक एक बार फिर बना भक्षक. वर्दीधारी रक्षक के भक्षक बनने की कई खबरें सुनी होंगी आपने. लेकिन आज जो जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन में हुआ वो शायद पहली बार हुआ. दरअसल, Jaipur से Mumbai जा रही रेलगाड़ी में सुबह सुबद साढे़ 5 बजे के आसपास की वारदात है. जब 23 कोच वाली इस रेल में एक नहीं तीन-तीन डिब्बे गोलियों की आवाज़ से गूंज गये. अपने सीनियर के साथ duty पर तैनात RPF के कांस्टेबल चेतन ने अपने ही वरिष्ठ ASI टीकाराम मीणा पर कहासुनी होने पर गोलियां बरसा कर उन्हें छलनी कर दिया. कोच B5 में शुरु हुआ गोलीकांड तीन coach दूर पेन्ट्री कार और फिर वहां से पांच कोच दूर S6 में हुआ. 12 राउंड गोलियां चलाई चेतन ने और फिर भी चलती ट्रेन की चेन खींचकर बीच में उतर गया, लेकिन जिस चेतन की वजह से RAILWAY PROTECTION FORCE बदनाम हो जाती, उसी फोर्स के ही जवानों के हथियार के साथ उस चेतन को पकड़ लिया और RPF की साख पर बट्टा लगने से बचा लिया... क्यों चेतन ने हथियार उठाया... क्या ड्यूटी पर तैनात हथियारबंद जवान निर्दोष नागरिकों के लिये चलता फिरता बम हैं.. देखिये पूरी रिपोर्ट