कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है. 6 फरवरी को कृषि कानूनों के विरोध में चक्का जाम (Chakka Jam) के ऐलान के बीच टिकरी बॉर्डर पर कई गांवों से काफी किसान जुटे. इस दौरान NDTV ने एक खाप नेता से बातचीत की. सांगवाण खाप के नाम से आंदोलन कर रहे किसान नेता ने कहा, “हम यहां कानूनों के विरोध में 25 जनवरी से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. हमारे खाप के कुछ सदस्य दिल्ली से बाहर चक्का जाम में सहयोग करने गए हैं. हम यहां शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध कर रहे हैं. देशभर में भी चक्का जाम किया जा रहा है. वह बिल्कुल शांतिपूर्ण तरीके से किया जा रहा है. इस बीच कोई हिंसा नहीं होगी. अगर कोई हिंसा करते हुए पाया जाता है तो सरकार अपने आदमी भेजकर उसके खिलाफ कार्रवाई करे.”